Abhang Marathi

मुखे यावे माझ्या नाम निरंतर |

मन आता पुसे | कां रे देवपूजा | अंतरात झोंबाझोंबी | गुढतत्वे ||१|| वाढला गलबला | आता अंतर्यामी | सगळाच गोंधळ | कळेचना ||२|| कैसे शोधू आता | सत्यशुद्ध तत्व | वाट माझी मला | सापडेना ||३|| शास्त्रे तरी किती | शोधावी आणिक | वेद उपनिषदे पुराने | महाथोर ||४|| मी आपुला बापुडा | असा […]

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|| तुझ्यावाचून देवा आता करमत नाही ||

तुझ्यावाचुन देवा | आता करमत नाही | लागलासे ध्यास | तुझा जीवा ||१|| म्हणे अंतर्यामी | राहतो तू रे | परी स्पर्श मला | जाणवेना ||२|| मनामध्ये असे | तुझा तो निवास | सांगसी विभूतीयोगा | गीतेमध्ये ||३|| आळवतो मी | तुला असा निरंतर | दिसशी तू मज | सर्वांभूती ||४|| मित्र भ्राता भगिनी | […]

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