बडी मुद्दतोसे बदली है दुनिया, मानो की सारी सो जो गयी है | सिमटी हुईसी मकानोमे बंद है, कही कुछ नही है, सारा यही है | न जाना न आना बस घरमे बसेरा, अपनी तो सारी दुनिया यही है | ऐसेमे मनमे खयालो की बारीश, रंगी नजारे बेहद हंसी है | न जंगल यहा है, […]
Category: Urdu
नजरोमे हमने आफताब देखा..
हसते हुये तुमको देखा जभीभी, नजरोमे हमने आफताब देखा, धीमी महकती लगी चांदनी तब, सरगमका सपना आंखोमे देखा….१ मुस्कान इतनी जन्नतसी देखी, दिदार हमने करही लिया था, खुले गेसूओ रुखपे बिखरेही थे तब, रुख तो सलोना महक ही रहा था….२ हमे कोई उल्फत नजर आ रही थी, नजर जो हवासी महका रही थी बहकीसी नजरे […]
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