अर्शमे बादलोङ्की बडीभारी भीड है, फर्शपर नदीयोंकी बडीभारी धूम है आसमानमे तारोङ्की कोईभी गुंजाईश नही, हवामे फुलोङ्की दूरदूर तक कोई महक नही…………….. ईर्दगीर्द कहीभी सुकूनही तो नही है, खयालोङ्मे सारोङ्के डरकी आंधी है, सियासतमे सारोङ्की बडीभारी होड है, फिरभी आजादीका बडा यहाँ जश्न है……………. पचहत्तर सालोंका कोईभी हिसाब नही है, शहीदोंके समाधीपर ना दिया है […]
Category: Urdu
उर्दू जबान है ईश्वर खुदा है
बडी मुद्दतोसे बदली है दुनिया, मानो की सारी सो जो गयी है | सिमटी हुईसी मकानोमे बंद है, कही कुछ नही है, सारा यही है | न जाना न आना बस घरमे बसेरा, अपनी तो सारी दुनिया यही है | ऐसेमे मनमे खयालो की बारीश, रंगी नजारे बेहद हंसी है | न जंगल यहा है, […]
नजरोमे हमने आफताब देखा..
हसते हुये तुमको देखा जभीभी, नजरोमे हमने आफताब देखा, धीमी महकती लगी चांदनी तब, सरगमका सपना आंखोमे देखा….१ मुस्कान इतनी जन्नतसी देखी, दिदार हमने करही लिया था, खुले गेसूओ रुखपे बिखरेही थे तब, रुख तो सलोना महक ही रहा था….२ हमे कोई उल्फत नजर आ रही थी, नजर जो हवासी महका रही थी बहकीसी नजरे […]
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